इंदौर: नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं में शामिल डॉ. वीरेंद्र कुमार को मध्य प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी की कमान हाथ में लेने वाले वीरेंद्र कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा बुलाया गया और नई भूमिका के बारे में सूचित किया गया। इस घटनाक्रम ने सभी को चौंका दिया क्योंकि वीडी शर्मा को हटाकर वीरेंद्र कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
आदिवासी नेता के रूप में चयन
सूत्रों के मुताबिक भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा नया नेतृत्व स्थापित करने के लिए किए गए प्रयासों में आदिवासी नेतृत्व को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
पार्टी में फेरबदल
वीरेंद्र कुमार के चयन के बाद से पार्टी के भीतर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। इससे यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर वीडी शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया क्यों गया। पार्टी के कार्यकर्ताओं में इस बदलाव को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
वीडी की नई भूमिका पर संदेह
वीडी शर्मा को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है या फिर पार्टी संगठन में नई भूमिका दी जा सकती है।
नये अध्यक्ष की नियुक्ति
वीरेंद्र कुमार का चयन पार्टी में आदिवासी समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ सदस्य और कार्यकर्ता हैं।
उनकी कार्यशैली
वीरेंद्र कुमार ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वे हमेशा से अपनी सादगी और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं।
निष्कर्ष
इस बदलाव से पार्टी की संगठनात्मक रणनीति में एक नया मोड़ आया है, जिससे आगामी चुनावों में पार्टी को लाभ मिल सकता है।
इस तरह के निर्णयों से पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगह अनेक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बदलाव का पार्टी के भविष्य पर कैसा प्रभाव पड़ता है।