इंदौर – गांधी नगर से रोबोट चौराहे के एक फेरे में हजारों की बिजली लगेगी |

इंदौर, मेट्रो के लिए शासकीय, मेट्रो कॉन्फ्रेंस, नगर निगम आदि सक्रिय हो रहे हैं। यदि मेट्रो की सवारी सुलभता बढ़ेगी, गांधी नगर से नयापुरा बॉर्डर के बीच चलाया गया तो पूरे एमजी रोड और अन्य क्षेत्रों पर ट्रेन की बिजली की खपत में तेजी आएगी।

विशेषज्ञ इसे इंडोर्स सिटी के लिए डिस्कनेक्ट और कनेक्ट करने वाले कंट्रोल यूनिट के रूप में विद्युत खपत का उत्कृष्ट उपाय मान रहे हैं। मेट्रो ट्रेन के संचालन को लेकर शहर में उत्साह बना हुआ है।

पहला चरण गांधी नगर से नयापुरा बॉर्डर के बीच में शुरू होने की तैयारी चल रही है। इसके लिए भारी मात्रा में बिजली की खपत होने वाली है। इस सिलसिले में मेट्रो ट्रेन की सभी सेवाओं में यात्री सवारियां भी बढ़ेंगी।

मेट्रो ट्रेन की बिजली खपत पर काफी असर पड़ेगा, जो कि शहर में बिजली आपूर्ति में बदलाव लाएगा।

बिजली की खपत और इसकी तैयारियां

इस क्षेत्र में पहले चरण का मेट्रो ट्रेन संचालन होने जा रहा है, जिसमें पूरी ट्रैकलाइन को बिजली के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। गांधी नगर से रोबोट चौराहे तक के ट्रैकलाइन के लिए विशेष प्रकार के ट्रांसफार्मर, केबल, पैनल, सर्किट, मोटर, और अन्य उपकरणों की स्थापना की जाएगी।

इस मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए बिजली डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पीएफ, एमईपी, एमसीसीबी, एसएलडी और अन्य तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।

कंपनी की तैयारियां

कंपनी ने मेट्रो के लिए यह बिजली डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क जोन तैयार कर लिया है। इस क्षेत्र में 33 केवी की आपूर्ति लाईन और ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।

दूसरी तरफ, शहर की यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए और बिजली खपत की संतुलन को बनाए रखने के लिए, ट्रैकलाइन की प्राथमिक सेवाओं को विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।

इससे बिजली खपत में होने वाले बदलावों के बारे में नागरिकों को जानकारी देना भी महत्वपूर्ण होगा। मेट्रो ट्रेन की सेवाएं जल्द ही शुरू होने की संभावना है, जिसके लिए पहले चरण की तैयारियां तेज हो गई हैं।

इस पूरे मेट्रो नेटवर्क के संचालन में भारी मात्रा में बिजली की खपत होगी, जिसे नियंत्रित और सुचारू रखने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।

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